एक कोशिश

नमस्कार,

बहुत सालो बाद दिमाग में फिर वही फितूर सवार हुआ है.   करीब ४ साल पहले मैंने यह ब्लॉग की शुरुआत की थी. एक पोस्ट लिखने के बाद मैंने इस ब्लॉग को अनाथ छोड़ दिया था. परन्तु आज फिर वही धुन सवार हुई है. उम्मीद है के इस मर्तबा यह साथ इतनी जल्दी नहीं टूटेगा. मैं यह ब्लॉग हिंदी में ही शुरू करना चाहता था क्यूंकि कुछ बातें केवल हिंदी में ही अच्छी लगती है. आज से ४ साल पहले हिंदी में कुछ लिख पाना वो भी कंप्यूटर की दुनिया में बहुत मुश्किल था परन्तु आज यह मुमकिन है.

 

यह ब्लॉग मुख्यतः उन पाठको क लिए है जिन्हें हिंदी पढने में आनंद आता है. मेरे अंग्रेजी भाषी मित्रो के लिए मैं एक और ब्लॉग अंग्रेजी में भी जल्द ही प्रारंभ करने वाला हूँ .

 

हालाँकि इस बार कुछ ज्यादा नहीं है लिखने को फिर भी चाहूँगा क आप सभी अपने विचार व्यक्त करे . आप सभी के सुझाव आमंत्रित हैं.

 

चलते चलते बस…

 

चलो कुछ दिन के लिए दुनिया छोड़ देते हैं फ़राज़

          सुना है लोग बहुत याद करते हैं चले जाने के बाद…

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