नमस्कार, शीर्षक थोड़ा अटपटा है परन्तु कूल है। और यकीं मानिये जिस व्यक्ति के लिए लिखा है वो तो परम कूल हैं। आज हम आपके सामने अपने परम मित्र आदरणीय राहुल जी का वर्णन करेंगे। आज लगभग दस वर्ष होने जा रहे हैं हमे उनको जानते हुए और थोड़ा बहुत पहचानते हुए। दिमाग में उनका ख्याल …