बस यूँ ही बड़ा दिन By हिमांशु on Monday, December 25, 2017 नमस्कार , भूले तो नहीं, माफ़ करियेगा, कुछ ज्यादा ही मसरूफ हो गए थे। मसरूफ भी क्या जनाब, मसरूफ होने का ढोंग कर रहे थे। बात ऐसी है की हम एक नंबर के आलसी है यह बात या तो हमे पता है या आपको। जाने कैसे यह बात हमारे ऑफिस वालो को पता चल गयी। …